IEIBSC

इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), जिसकी स्थापना 1920 में हुई और 1935 में रॉयल चार्टर के साथ इसका निगमण किया गया, देश का सबसे बड़ा और बहु-विषयक (मल्टी-डिसिप्लिनरी) पेशेवर इंजीनियर्स का संगठन है। यह संगठन इंजीनियरिंग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास तथा उनके व्यावहारिक उपयोग के लिए समर्पित है, ताकि समाज को लाभ पहुँचाया जा सके।

The Institution Engineers (India)

The Institution of Engineers (India), जिसे संक्षेप में IEI कहा जाता है, भारत का सबसे बड़ा बहु-विषयक पेशेवर इंजीनियर्स का संगठन है। इस संगठन की स्थापना भारतीय इंजीनियरिंग समुदाय की प्रगति और तकनीकी गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए हुई थी। यह संस्था न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है। आज यह भारत में 125 केंद्रों, 6 विदेशी शाखाओं और 7 फोरम्स के माध्यम से इंजीनियरिंग क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रतीक बन चुकी है। इसके अलावा, Engineering Staff College of India (ESCI), हैदराबाद भी इस संस्था का अंग है।

स्थापना और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

प्रथम विश्व युद्ध के बाद, भारत में औद्योगिकीकरण की प्रक्रिया तेज़ हुई और इंजीनियरिंग गतिविधियों ने सकारात्मक रूप लिया। इस समय यह महसूस किया गया कि उत्पादन और इंजीनियरिंग कार्यों में गुणवत्ता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। इसी आवश्यकता को देखते हुए भारत सरकार ने एक Indian Industrial Commission का गठन किया, जिसका नेतृत्व सर थॉमस हॉलैंड ने किया, जो उस समय भारत सरकार के वाणिज्य सदस्य थे।

इस आयोग ने सिफारिश की कि एक पेशेवर संस्था की स्थापना की जाए, जो तकनीकी प्रगति को बढ़ावा दे और उत्पादन की विभिन्न अवस्थाओं में गुणवत्ता बनाए रखे। इस प्रस्ताव के आधार पर देश के विभिन्न हिस्सों में प्रमुख इंजीनियरों की बैठकें आयोजित की गईं और 3 जनवरी 1919 को कोलकाता में Indian Society of Engineers की स्थापना हुई। इसके बाद नियम और संविधान तैयार करके पूरे देश में साझा किए गए ताकि सभी इच्छुक लोग इसमें शामिल हो सकें।

16 जुलाई 1919 को शिमला में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें संस्था के नाम और संविधान में आवश्यक संशोधन किए गए। इस बैठक में Indian Society of Engineers का नाम बदलकर The Institution of Engineers (India) रखा गया। यही दिन आधुनिक IEI के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में माना जाता है।

उद्देश्य और मिशन

The Institution of Engineers (India) का मुख्य उद्देश्य है:

  • तकनीकी प्रगति में योगदान: नए शोध और इंजीनियरिंग तकनीकों के विकास को बढ़ावा देना।
  • उत्पाद और सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करना: विभिन्न औद्योगिक और इंजीनियरिंग प्रक्रियाओं में गुणवत्ता बनाए रखना।
  • इंजीनियरिंग शिक्षा और प्रशिक्षण: छात्रों और पेशेवरों को उच्च स्तर की शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करना।
  • प्रोफेशनल नेटवर्किंग: इंजीनियरों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करना।

संगठनात्मक संरचना

IEI में वर्तमान में 15 विभिन्न इंजीनियरिंग डिसिप्लिन शामिल हैं। इसके सदस्यता ढांचे में 2 लाख से अधिक कॉर्पोरेट सदस्य शामिल हैं। संस्था की संरचना में शामिल हैं:

  • 125 केंद्र भारत भर में
  • 6 अंतरराष्ट्रीय शाखाएँ (Overseas Chapters)
  • 7 फोरम्स (Fora)
  • Engineering Staff College of India (ESCI), हैदराबाद

यह संरचना सुनिश्चित करती है कि संस्था के पास सभी इंजीनियरिंग शाखाओं और पेशेवर क्षेत्रों का समुचित प्रतिनिधित्व हो और सभी को समान अवसर मिल सके।

शिक्षा और प्रशिक्षण

IEI ने इंजीनियरिंग शिक्षा और प्रशिक्षण के क्षेत्र में कई महत्त्वपूर्ण पहल की हैं। Engineering Staff College of India (ESCI) के माध्यम से प्रशिक्षित पेशेवरों को उद्योग में व्यावहारिक अनुभव और तकनीकी ज्ञान मिलता है। इसके अलावा, IEI विभिन्न संगोष्ठियों, सेमिनारों और कार्यशालाओं का आयोजन भी करता है, जिससे इंजीनियरिंग समुदाय को नवीनतम तकनीकी जानकारी और अपडेट्स मिलते रहें।

राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय भूमिका

The Institution of Engineers (India) न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इंजीनियरिंग समुदाय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके Overseas Chapters के माध्यम से भारतीय इंजीनियर दुनिया के अन्य देशों में अपनी विशेषज्ञता साझा कर सकते हैं और वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा बन सकते हैं। यह संगठन तकनीकी विकास और उद्योग मानकों के पालन में भी अंतरराष्ट्रीय मान्यता रखता है।

योगदान और उपलब्धियाँ

  • भारत में तकनीकी शिक्षा और प्रशिक्षण का मानक स्थापित किया।
  • इंजीनियरिंग अनुसंधान और विकास को बढ़ावा दिया।
  • उद्योग और सरकार के बीच पुल का काम किया।
  • विभिन्न इंजीनियरिंग डिसिप्लिन में पेशेवर मानक बनाए।

The Institution of Engineers (India) भारतीय इंजीनियरिंग समुदाय का एक प्रमुख स्तंभ है। इसकी स्थापना का उद्देश्य तकनीकी गुणवत्ता और विकास को सुनिश्चित करना था, और आज यह संस्था इस उद्देश्य में सफलता के साथ अग्रणी भूमिका निभा रही है। भारतीय इंजीनियरों के लिए यह एक ऐसा मंच है, जहां शिक्षा, प्रशिक्षण, नेटवर्किंग और पेशेवर विकास का समग्र अवसर उपलब्ध है।

यह संगठन न केवल तकनीकी प्रगति में योगदान देता है, बल्कि भारतीय समाज और उद्योग को भी मजबूत बनाता है। यही कारण है कि IEI आज भी इंजीनियरिंग पेशेवरों के लिए सबसे भरोसेमंद और सम्मानित संस्था मानी जाती है।